एक कहानी ऐसी भी - ek kahani aisi bhi

एक कहानी ऐसी भी - ek kahani aisi bhi

ek kahani aisi bhi एक कहानी ऐसी भी, कुछ कहानी ऐसी भी होती है जो बहुत अलग होती है, जिनसे जीवन पर बहुत गहरा प्रभाव पड़ता जो बहुत अलग होती है, एक कहानी ऐसी भी : ek kahani aisi bhi एक कहानी ऐसी भी है, जिसके बारे में शायद ही सुना, एक कहानी ऐसी भी हिंदी में - Old Hindi Story
एक कहानी ऐसी भी है, जिसके बारे में शायद ही सुना होगा, हमारी सभी की जिंदगी बहुत अलग है, कोई बहुत ज्यादा खुश है, कोई बहुत ज्यादा दुखी है, लेकिन इस कहानी के सभी पात्र बहुत दुखी है, क्योकि उनका जीवन बहुत परेशानी में चल रहा है, ऐसा क्या हुआ था जिससे सभी परेशा रहने लगे थे, यह सब कुछ हमे अपनी कहानी में देखने को मिलेगा, यह कहानी एक परिवार की है, यह परिवार बहुत दुखी रहता था, इसका मुख्य कारण इस परिवार पर आयी मुसीबत थी, मगर यह मुसीबत कैसी थी, यह बात क्या थी, सब कुछ जैसे सामने ही हो रहा था

बात बहुत पुरानी थी, इस परिवार में पहली बार शादी हुई थी, यह शादी बहुत ही साधरण थी, इस शादी में सभी को नहीं बुलाया गया था, मानो सब कुछ जल्दी में हो रहा था, क्यों जब रिश्ता तय हुआ था तभी से शादी कितयारी में बहुत जल्दी की गयी थी, इस शादी को लेकर बहुत परशानी नज़र आ रही थी, क्योकि गांव का एक आदमी लड़की के घरवालों को परेशान कर रहा था, उसका कहना था की अगर तुमने शादी नहीं की तो यह घर खाली कर दिया जाएगा, क्योकि वह आदमी उसी लड़की से शादी करना चाहता था अगर शादी नहीं होती है तो उन्हें घर से निकाल दिया जाएगा
 

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लड़की के घरवाले बहुत परेशान थे वह कुछ भी नहीं कर सकते थे, इसलिए अपने दोस्त उन्होंने ने बात की थी, उनके दोस्त ने कहा की चिंता करने का विषय नहीं है आप हमारे लड़के से शादी कर दो, और उसके बाद हम घर की परेशानी भी दूर कर देंगे वह मदद करना चाहते है जिससे शादी भी हो जाती और यह समस्या भी खत्म हो जाती थी, इसलिए जल्दी में शादी हो गयी थी, यही कारण था की शादी बहुत जल्दी हुई थी

लेकिन समस्या यही पर खत्म नहीं हुई थी, कुछ समय बाद ही उन्हें अपनी खेती भी बेचनी पड़ी थी, क्योकि उन्होंने ने उनकी समस्या को खत्म करने के लिए एक घर की जरूरत को पूरा किया था, उसके बदले में उन्होंने ने अपनी खेती जोकि बहुत ही कम थी, आज उस खेती पर भी समस्या आन पड़ी थी, आज उनकी खेती भी उनसे जाने वाली थी, उसके बाद परिवार के लोग बहुत ज्यादा परेशानी में आने वाले थे, समस्या कम नहीं हो रही थी बल्कि बढ़ती जा रही थी, आज उनकी खेती जा रही थी, मगर कुछ भी नहीं हो रहा था
 

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किसी की समस्या कम करने में उनकी परेशानी बढ़ चुकी थी, आज वह सब बहुत परेशान थे, मगर क्या करे सभी यही सोच रहे थे, उनकी खेती भी हाथ से जा चुकी थी, जिसकी शादी हु थी वह लड़का कहने लगा की अब हमे कोई काम करना होगा क्योकि अब हमारे पास अपनी जीविका चलाने के लिए कोई भी दूसरा रास्ता नज़र नहीं आ रहा था, उसने काम की तलाश शरू कर दी थी, बहुत दिन बीत गए थे समस्या कम नहीं थी बढ़ चुकी थी, किसी को भी काम नहीं मिला था, बिना काम के कुछ समझ नहीं आ रहा था

तभी वह आदमी उनके घर के सामने से जा रहा था लेकिन वह अचानक रुक गया था उसने कहा की मेने तुम्हे पहले ही मना किया था की इनकी मदद न करे मगर कोई भी मेरी बात नहीं माना था आज देखो तुम्हे कितनी परेशानी हो रही है तुम खुद ही बहुत परेशान हो, अब बताओ मेरी बात सही थी, इतना सुनते ही वह लड़का उसकी और बढ़ा और कहने लगा की यहां से चले जाओ नहीं तो अच्छा नहीं होगा वह आदमी कहने लगा की में तो तुम्हे बता रहा था इसमें नाराज होने की क्या बात है, में चला जाता हु, वह आदमी चला जाता है, लेकिन परिवार अब बहुत ज्यादा परेशान था कहा से क्या किया जाए कुछ भी समझ नहीं आ रहा था, तभी बड़ा लड़का कहने लगा की में काम की तलाश करके आता हु, तभी उसे एक काम मिल गया था, एक सेठ ने उसे जंगल से लकड़ी काटने का काम दिया था, वह आदमी उस काम को करने चले गया था, वह आदमी अपनी खेती करता था उसे नहीं पता था की एक दिन ऐसा भी आएगा, की उसे बहुत छोटा काम करना पड़ेगा, वह काम को मन लगाकर कर रहा था, जब शाम हुई तो सेठ ने उसे पुरे दिन की मजदूरी दी थी
 

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वह घर आया और उस मजदूरी से जितना भी सामान आ सकता था वह लेकर आया था, उस दिन सभी ने थोड़ा खाना खाया था उनके नसीब बहुत ज्यादा बिगड़ चुके थे आज खाने की समस्या भी बढ़ चुकी थी, अगले दिन वह काम पर गया था जब वह पेड़ से लकड़ी काट रहा था, तभी वह पेड़ से नीचे गिरा था जिस जगह पर वह गिरा था उस जगह पर एक गड्डा हो गया था, उस गड्डे में कुछ था जब उसने देखा तो उसमे स्वर्ण मुद्रा थी, वह सभी मुद्रा को लेकर चला गया था वह इतनी सारी थी की वह फिर से बहुत अच्छा कर सकते थे उनका भाग्य बदल रहा था

उनका भाग्य बहुत तेजी से बदल गया था कुछ समस्या आने पर भी वह भागे नहीं थे बल्कि उनका सामना किया था सभी मुसीबत से वह निकल चुके थे, अगर उन्हें परेशानी आयी भी तो भी वह उस परेशानी में भी कोशिश कर रहे थे जिससे उनकी समस्या का समाधान हो चूका था, वह अपनी खेती वापिस ले चुके थे, वह हर परेशानी को दूर कर चुके थे, धीरे-धीरे उनके हालात बदल गए थे, अब सब कुछ अच्छा हो रहा था, मगर यह सोच पर नहीं था बल्कि अपनी समस्या का सामना करना था यह कहानी हमे यही बताती है की जीवन की परेशानी अपने आप कम हो जाती है मगर हमे उसका सामना करना होता है।