ऐसा क्या हुआ कि 5 दिनों में 40% उछला वोडाफोन आइडिया का शेयर, जानिए कंपनी के चेयरपर्सन ने निवेशकों से क्या कहा

ऐसा क्या हुआ कि 5 दिनों में 40% उछला वोडाफोन आइडिया का शेयर, जानिए कंपनी के चेयरपर्सन ने निवेशकों से क्या कहा

Vodafone Idea Share: पिछले छह कारोबारी सत्रों में वोडाफोन आइडिया के शेयर में करीब 40 फीसदी की तेजी आ चुकी है. कंपनी के चेयरमैन हिमांशु कपानिया ने कहा कि सरकार टेलिकॉम सेक्टर की मुश्किलों को समझती है और उसे उम्मीद है कि वह राहत के उपायों की घोषणा करेगी।
आज Vodafone के शेयर में एकबार फिर से जबरदस्त तेजी दर्ज की गई। करीब 14% की तेजी के साथ यह शेयर 8.25 रुपए के स्तर पर बंद हुआ। पिछले छह कारोबारी सत्रों में यह शेयर करीब 40 फीसदी उछल चुका है। 30 अगस्त को इसका शेयर 5.95 रुपए के स्तर पर बंद हुआ था। उसके बाद छह कारोबारी सत्रों में यह करीब 40 फीसदी उछल चुका है।
 

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शेयर बाजार को सौंपी गई एनुअल रिपोर्ट में कंपनी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने AGR को लेकर जो फैसला सुनाया है, उससे कंपनी निराश है। इस आदेश को आगे चुनौती दी जाएगी। यह बकाया करीब 56 हजार करोड़ का था। कंपनी ने कुछ भुगतान कर दिया है और अभी भी AGR बकाया 50 हजार करोड़ के करीब है। कंपनी ने अपनी रिपोर्ट में यह भी कहा कि सरकार टेलिकॉम सेक्टर की मुश्किलों को समझती है और उसे उम्मीद है कि वह राहत के उपायों की घोषणा करेगी। कंपनी ने कहा है कि उद्योग के टिकने के लिए इस संकट का हल जरूरी है। इसके साथ ही कंपनी ने उम्मीद जताई है कि सरकार क्षेत्र के सभी ‘संरचनात्मक मुद्दों’ को हल करने के लिए आवश्यक समर्थन उपलब्ध कराएगी।
 
टेलिकॉम सेक्टर में कॉम्पटिशन बहुत ज्यादा
 
कंपनी ने चेयरमैन हिमांशु कपानिया ने शेयरधारकों को संबोधित पत्र में परिचालन में जारी चुनौतियों का जिक्र करते हुए कहा है कि बीते वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान कीमतें बाजार में टिकने योग्य नहीं थीं। इसके अलावा अत्यधिक प्रतिस्पर्धा की भी चुनौती थी। कपानिया ने उम्मीद जताई कि सरकार उद्योग को भारी-भरकम निवेश पर उचित प्रतिफल के लिए समर्थन उपलब्ध कराएगी।

सरकार से हर तरह के मदद की उम्मीद
 
कुमार मंगलम बिड़ला द्वारा अगस्त की शुरुआत में इस्तीफा दिए जाने के बाद VIL के निदेशक मंडल ने कपानिया को गैर कार्यकारी चेयरमैन चुना था। कपानिया ने कहा कि उद्योग लगातार वित्तीय संकट में है। ‘‘आपकी कंपनी को उम्मीद है कि सरकार उद्योग के समक्ष सभी संरचनात्मक मुद्दों के हल के लिए आवश्यक सहयोग उपलब्ध कराएगी।’’

कम टैरिफ रेट के कारण कंपनियों के रेवेन्यू पर बुरा असर
 
उन्होंने कहा, ‘‘वीआईएल देश में 25 साल से मोबाइल सेवाएं उपलब्ध करा रही है। कंपनी को उम्मीद है कि सरकार उनके भारी-भरकम निवेश पर उचित रिटर्न के लिए समर्थन उपलब्ध कराएगी।’’ कपानिया ने कहा कि 2020-21 में जरूरत से ज्यादा प्रतिस्पर्धा तथा गैर-टिकाऊ कीमतों की वजह से परिचालन का माहौल चुनौतीपूर्ण बना रहा।
 

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टेलिकॉम सेक्टर में नए अवसर भी पर्याप्त
 
उन्होंने कहा कि परिचालन की चुनौतियां तो कायम हैं, लेकिन डिजिटल पहुंच बढ़ने की वजह से दूरसंचार उद्योग के समक्ष जबर्दस्त अवसर हैं। महामारी के दौरान डिजिटल की मांग और बढ़ी है। कपानिया ने कहा, ‘‘हमारा मानना है कि सरकार निजी क्षेत्र के ऑपरेटरों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को कायम रखने के लिए कदम उठाएगी।’’