बीरबल की खिचड़ी - Birbal Ki Khichdi Story in Hindi

बीरबल की खिचड़ी - Birbal Ki Khichdi Story in Hindi

Birbal Ki Khichdi Story in Hindi: हिंदी में पढ़े बीरबल के किस्से |अकबर बीरबल के किस्से जीवन की सीख बन जाते हैं और रोचक कथाओ से भरे हुए होते हैं ऐसे ही कुछ किस्से लिखे गये हैं आज हम आपको बीरबल की खिचड़ी की कहानी बता रहे है
बीरबल की खिचड़ी: एक दिन अकबर ने सभा में ऐलान  किया कि नगर के पास के जलाशय में जिसमे पानी बर्फ बन जाता हैं उसमें अगर कोई आदमी रात भर रहेगा तो उसे मन चाहा इनाम दिया जायेगा।

लेकिन इसके लिए कोई तैयार नहीं हुआ काफी देर बाद एक बुजुर्ग आदमी यह करने को तैयार हो गया। अकबर ने एक सिपाही को उस आदमी की निगरानी के लिए भेजा। वह आदमी उस जलाशय में गया और उसने लगभग 1 km दूर प्रज्वलित दीपक की तरफ मुड़कर खड़े रहना स्वीकार किया यह बात सिपाही को अजीब लगी।
 

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वह आदमी रात भर कड़कड़ाती ठंड में जलाशय में खड़ा रहा और सुबह सभा में आकर उसने राजा से पारितोषिक का आग्रह किया। तब अकबर ने सिपाही से पूछा कि क्या इस आदमी ने सच में रात भर जलाशय में वक्त बिताया ? सिपाही ने कहा- हाँ! पर यह आदमी दूर लगभग 1 km दूर जल रहे दीपक से ताप ले रहा था।

यह सुनकर अकबर को गुस्सा आ गया और उसने किसी की ना सुनी और उस बूढ़े को सज़ा-ए-मौत दे दी। वह बुजुर्ग सर झूका कर खड़ा रहा और उसे जेल में बंद कर दिया गया।
 

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यह सब बीरबल भी देख रहा था। सभा के बाद बीरबल ने अकबर से आग्रह किया कि वो उसके घर भोजन पर आये। अकबर ने निमंत्रण स्वीकार कर लिया।

Akbar, Birbal के घर पहूंचा। अकबर ने बहुत देर इन्तजार किया उसे भूख भी लगने लगी थी पर खाना अब तक तैयार नहीं था | अकबर ने बीरबल से पूछा क्या हुआ कब भोजन मिलेगा ? बीरबल ने कहा मैंने तो कई घंटों पहले ही खिचड़ी बनने रखी पर पता नहीं क्यूँ नहीं बनी ? अकबर ने बोला बताओं कहाँ बन रही हैं। बीरबल ने दिखाया उसने नीचे चूल्हा जलाया था और छत पर बर्तन में खिचड़ी पकने रखी थी।

यह देखकर अकबर ने गुस्से में कहा बीरबल तुम पागल हो इस तरह तो पानी भी गरम नहीं होगा। तब बीरबल ने कहा जब जलाशय में खड़ा आदमी 1 KM दूर जल रहे छोटे से दीपक से ताप ले सकता हैं तब खिचड़ी भी पक ही जाएगी।
 

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अब अकबर को पूरी बात समझ आई और उसने उस बुजुर्ग को रिहा करवा कर मुँह माँगा इनाम दिया। ऐसी थी  बीरबल  की प्रसिद्ध खिचड़ी।