नींद न आने से हैं परेशान तो अपनाएं 10-3-2-1 ट्रिक

नींद न आने से हैं परेशान तो अपनाएं 10-3-2-1 ट्रिक

बहुत कम लोगों के साथ ऐसा होता है कि वो बिस्तर पर जाते ही तुरंत सो जाएं। जल्दी नींद ना आने की समस्या आम है। ऐसे ही लोगों के लिए लंदन के प्रसिद्ध डॉक्टर राज करण ने एक अनोखी ट्रिक 10-3-2-1 बताई है।
बहुत कम लोगों के साथ ऐसा होता है कि वो बिस्तर पर जाते ही तुरंत सो जाएं. जल्दी नींद ना आने की समस्या आम है। कई लोग जल्दी सोना तो चाहते हैं पर लगातार करवट बदलते रहने के बाद भी वो आसानी से सो नहीं पाते हैं। ऐसे ही लोगों के लिए लंदन के प्रसिद्ध डॉक्टर राज करण ने एक अनोखी ट्रिक बताई है।
 
डॉक्टर राज ने टिकटॉक पर जल्दी सोने के लिए जो ट्रिक बताई है उसे 10-3-2-1 मेथड का नाम दिया है। डॉक्टर का कहना है कि इस मेथड को अपनाने से आपका शरीर अपने आप नींद के लिए खुद को तैयार करने लगता है। 10-3-2-1 ट्रिक को समझाते हुए डॉक्टर राज ने कहा, 10 मतलब सोने से 10 घंटे पहले कॉफी पीना बंद कर दें। क्योंकि बॉडी से इसका असर खत्म होने में इतना ही समय लगता है कैफीन शरीर को उत्तेजित करने का काम करता है. यही वजह है कि ज्यादातर लोग सुस्ती मिटाने के लिए कॉफी पीना पसंद करते हैं
 
ज्यादा कैफीन वाली ड्रिंक्स में कॉफी, चाय, एनर्जी ड्रिंक्स और कोला जैसी अन्य सॉफ्ट ड्रिंक्स शामिल हैं। अगर आप रात में 10 बजे सोते हैं तो डॉक्टर राज के इस मेथड के मुताबिक, आपको दोपहर के 12 बजे के बाद कैफीन का सेवन बंद कर देना चाहिए।
 
10-3-2-1 ट्रिक में 3 का मतलब है कि सोने से तीन घंटे पहले ज्यादा मात्रा में कुछ भी खाना बंद कर दें। डॉक्टर ने कहा, ये सीने में जलन की समस्या दूर करता है जिससे नींद आने में कोई दिक्कत नहीं महसूस होती है. साथ ही तीन घंटे पहले तक अल्कोहल पीना भी बंद कर देना चाहिए। इससे दिमाग शांत रहता है और सोने में मदद मिलती है।
 
10-3-2-1 मेथड में 2 का मतलब है कि बेड पर जाने से 2 घंटे पहले काम करना बिल्कुल बंद कर दें। डॉक्टर का कहना हि कि इससे दिमाग को रिलैक्स करने का टाइम मिल जाता है। अगर आप सोने से पहले तक मेल्स चेक करते रहेंगे तो आपको आसानी से नींद नहीं आएगी।
 
वहीं, इस ट्रिक में 1 का मतलब है कि सोने से एक घंटे पहले मोबाइल या टीवी देखना बिल्कुल बंद कर दें। ज्यादातर लोगों की आदत होती है कि वो सोने से पहले तक कोई फिल्म या सीरीज देखते रहते हैं। डॉक्टर का कहना है, स्क्रीन से निकलने वाली ब्लू लाइट मेलाटोनिन हार्मोन को बनने से रोकती है जिससे नींद देरी से आती है।
 
रात में देर तक स्क्रीन देखने का असर ना सिर्फ आंखों बल्कि स्किन पर भी पड़ता है। स्किन एक्सपर्ट डॉक्टर जोहाना वार्ड ने द सन को बताया, हाई एनर्जी वाली ब्लू लाइट हमारी आंखों और स्किन को नुकसान पहुंचाती हैं जिससे उम्र बढ़ने के लक्षण तेजी से दिखाई देते हैं। आजकल हम सभी टेक्नोलॉजी की वजह से HEV लाइट में ज्यादा समय बिताते हैं. चाहे हो वो टीवी हो, LED  लाइट बल्ब्स, कंप्यूटर स्क्रीन या फिर फोन. सोने से एक घंटे पहले इन सभी चीजों से दूरी बनाने से नींद जल्दी और अच्छी आती है।